विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में “हिंदी के विकास में महिलाओं का योगदान” विषयक संगोष्ठी आयोजित

Photo of author

By Mukesh Ram Prajapati

हिंदी विभाग, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग में डॉ॰ कृष्ण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में “हिंदी के विकास में महिलाओं का योगदान” विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई । विषय प्रवेश करते हुये शोधार्थी अंजली कुमारी ने हिंदी साहित्य की समृद्धि में आदिकाल से आधुनिक काल तक की महिलाओं के योगदान पर विस्तृत चर्चा की। समकालीन हिंदी लेखिकाओं द्वारा अपनी सशक्त लेखनी से विश्व पटल पर पृथक एवं विशिष्ट पहचान बनाने पर शोधार्थी प्रियंका कुमारी अपनी प्रस्तुति दी। प्राध्यापक डॉ॰ राजू राम ने विषय पर विचार रखते हुए कहा कि स्त्री असीम शक्ति एवं अदम्य साहस की प्रतीक हैं, और हिंदी लेखिकाओं ने अपनी लेखनी से यह चरितार्थ किया है। वही डॉ० सुबोध कुमार सिंह (शिवगीत) ने कहा कि अधीन भारत में विदेशी ताक़तों ने भारतीय स्त्रियों की छवि एवं विकास को भ्रष्ट करने की भरसक कोशिश की, जबकि भारतीय संस्कृति ने स्त्रियों को हमेशा पहली पंक्ति में खड़ा रखा है । डॉ॰ केदार सिंह ने ये महिला दिवस अपनी माँ को समर्पित करते हुए स्वरचित कविता का वाचन किया और कहा कि स्त्री लेखिकाएं अपने सकारात्मक लेखन से राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रही हैं। विभागाध्यक्ष डॉ॰ कृष्ण कुमार गुप्ता ने स्त्री स्वतंत्रता के विभिन्न आयामों पर परिचर्चा करते हुए छात्राओं को सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम का मंच संचालन विद्यार्थी अंजली कुमारी व धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी मुकेश राम प्रजापति ने किया। कार्यक्रम में प्रथम समसत्र, तृतीय समसत्र, पीएचडी कोर्स वर्क के विद्यार्थी एवं विभाग के शोधार्थी शिक्षक अनुपम कुमार, दयानंद कुंवर, रंजन कुमार, सर्वजीत कुमार, प्रियंका कुमारी, सुजाता कुमारी, अंजली कुमारी, हीरामुनि नाग, दीपिका कुमारी (शिक्षण सहायक) उपस्थित थे।

Leave a Comment