हिंदी विभाग, विनोबा भावे विश्वविद्यालय में तृतीय समसत्र (सत्र : 2023-25) के विद्यार्थियों के साथ परंपरानुरूप विभाग में अभिभावक गोष्ठी विभागाध्यक्ष डॉ॰ कृष्ण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित की गई। गोष्ठी में अभिभावकों ने अपने विचार एवं सुझावों को साझा करने के साथ-साथ बच्चों के उन्नत भविष्य के प्रति सजग एवं कटिबद्ध रहने वाले विभागीय प्राध्यापकों के प्रति आभार व्यक्त किया। यह सत्र भावुकता एवं प्रेरणादायी प्रसंगों से परिपूर्ण रहा, अभिभावक के रूप में आयी सास,भाभी एवं मज़दूर पिता ने शिक्षा के प्रति लोगों की निष्ठा का मिसाल पेश किया। विभागीय प्राध्यापक डॉ॰ केदार सिंह ने बच्चों के उत्थान में शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ अभिभावकों की सहभागिता पर ज़ोर दिया। वही वरीय प्राध्यापक डॉ॰ सुबोध कुमार सिंह शिवगीत ने विद्यार्थियों के चेतना के विस्तार पर बल देते हुए उन्हें बुद्धिमान विवेकशील और प्रतिकूल परिस्थितियों में मज़बूती से खड़े रहने के लिए प्रेरित किया। साथ ही वरीय प्राध्यापक सह परीक्षा नियंत्रक डॉ॰ सुनील कुमार दूबे ने कहा कि सिर्फ़ जीविकोपार्जन के लिए शिक्षा हमारी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाती है जबकि पढ़ाई का प्राथमिक उद्देश्य सशक्त व्यक्तित्व एवं देश का निर्माण होना चाहिए। और अंत में अध्यक्षीय संभाषण में डॉ॰ के॰ के॰ गुप्ता ने विभाग में स्त्री विद्यार्थियों की बहुलता पर प्रसन्नता ज़ाहिर करते हुए कहा कि जब एक महिला को शिक्षित किया जाता है तो सिर्फ़ एक महिला ही नहीं बल्कि एक पीढ़ी शिक्षित होती है। गोष्ठी में मंच संचालन शोधार्थी अनुपम कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विभागीय प्राध्यापक डॉ॰ राजू राम ने किया। कार्यक्रम में अंग्रेज़ी विभाग के प्राध्यापक डॉ॰ गंगानाथ सिंह विभागीय शोधार्थी में मुकेश राम प्रजापति, राधासागर महथा, सर्वजित कुमार, दयानंद कुँवर, रंजन कुमार, बीरबल कुमार, अंजलि कुमारी, प्रियंका कुमारी, सुजाता कुमारी, सोनी कुमारी साथ ही विद्यार्थी और अभिभावकों में संजय पासवान, मो॰ अकबाल अंसारी, सरजु शर्मा, दिगंबर कुमार शर्मा, पुनम कुमारी, संदीप कुमार राम, अनिता देवी इत्यादि उपस्थित रहें। कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान के साथ की गई।


