भौरुडीह के जंगल में बज्रपात से दो दुधारू भैंसों की मौत, दूध व्यवसाय से जुड़े परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सेवक यादव ने अंचल अधिकारी से मुआवजा की लगाई गुहार
कुंदा थाना क्षेत्र के भौरुडीह गांव के बेलवाबथान जंगल में शनिवार शाम हुई तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो दुधारू भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई। यह दोनों भैंस गांव के सेवक यादव की थी, जो दूध बेचकर अपने परिवार का जीवन-यापन करते थे।
हरि-पत्ती चर रही थीं भैंसें, तभी गिरी बिजली
सेवक यादव ने बताया कि “दोनों भैंसें जंगल में हरि पत्ती खा रही थीं, तभी तेज बारिश और बज्रपात शुरू हुआ। देखते ही देखते बिजली गिरने से दोनों की मौत हो गई।”
घटना के बाद से सेवक यादव के घर में मातम पसरा हुआ है।
छह लीटर दूध से चलता था परिवार
पीड़ित ने बताया कि दोनों भैंसों से रोजाना छह लीटर दूध निकालते थे, जिसे बेचकर थोड़ी-बहुत आमदनी होती थी और उसी से परिवार की रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी होती थीं।
“अब हमारे पास कोई सहारा नहीं बचा है। भैंसें ही सबकुछ थीं, अब समझ नहीं आता कि क्या करें, कैसे जिएं,” – सेवक यादव ने भावुक होकर कहा।
एक लाख रुपए की बताई गई क्षति
घटना से लगभग एक लाख रुपये की आर्थिक क्षति हुई है। सेवक यादव ने अंचल अधिकारी से जांच कर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है ताकि वे फिर से भैंस खरीदकर अपने दूध व्यवसाय को फिर से शुरू कर सकें।
📢 ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि प्राकृतिक आपदा से पीड़ित किसानों और पशुपालकों को तत्काल राहत दी जाए, ताकि वे अपने जीवन को फिर से पटरी पर ला सकें।
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