
सायलबागिचा में विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम के दौरान श्रद्धांजलि देते पूर्व मंत्री सत्यानन्द भोगता
चतरा जिले के सायलबागिचा में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस सह दिशोम गुरु शिबू सोरेन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सत्यानन्द भोगता ने भाग लिया, पुष्पांजलि अर्पित की और आदिवासी समाज की संस्कृति व अधिकारों पर बल दिया।
कान्हाचट्टी (चतरा):
राज्य के पूर्व मंत्री सत्यानन्द भोगता आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर चतरा जिला के कान्हाचट्टी प्रखण्ड स्थित सायलबागिचा में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस सह दिशोम गुरु शिबू सोरेन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान श्री भोगता ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा और जननायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। उन्होंने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई व शुभकामनाएं दीं।
सामाजिक असमानताओं को मिटाने का संकल्प
मंच को संबोधित करते हुए सिकेंद्र खरवार ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस का उद्देश्य दुनियाभर में आदिवासी समुदाय द्वारा झेली जा रही सामाजिक असमानताओं को समाप्त करना, उनकी संस्कृति, भाषा और परंपराओं को बचाना है। भारत में आदिवासी समुदाय झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में निवास करता है।
उन्होंने कहा कि गरीबी और भेदभाव को मिटाना, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं सभी तक पहुंचाना इस दिवस का मुख्य लक्ष्य है। आदिवासी समाज प्रकृति के बेहद करीब है और पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति प्रेम का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल
इस अवसर पर राष्ट्रीय जनता दल जिलाध्यक्ष नवलकिशोर यादव, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, दिलीप उरांव, संजय सिंह भोक्ता, बैजनाथ सिंह भोक्ता समेत हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति और एकता का अनूठा प्रदर्शन देखने को मिला।