
चतरा, झारखंड : चतरा जिला अंतर्गत मिशन वात्सल्य योजना के तहत संचालित बाल संरक्षण इकाइयों की कार्यप्रगति की गहन समीक्षा एवं जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त श्री अमरेन्द्र कुमार सिन्हा ने की, जो जिला उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी के निर्देशानुसार आयोजित की गई।
बाल संरक्षण के उद्देश्यों को धरातल पर उतारने की दिशा में ठोस पहल
बैठक के प्रारंभ में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी श्रीमती अरुणा प्रसाद ने मिशन वात्सल्य योजना की रूपरेखा, उद्देश्यों और इसके अंतर्गत संचालित इकाइयों की भूमिका पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह योजना विशेष रूप से 18 वर्ष से कम उम्र के ऐसे बच्चों की देखभाल, संरक्षण और पुनर्वास के लिए है जो अनाथ, परित्यक्त, जोखिम में अथवा कानूनी उलझनों में फंसे होते हैं।
स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कानून व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख कार्ययोजनाएं
बैठक में सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि बाल गृह में रह रहे मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों की साप्ताहिक स्वास्थ्य जांच महिला चिकित्सक एवं मानसिक रोग विशेषज्ञ से कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्हें आवश्यकतानुसार दिव्यांग प्रमाण-पत्र भी निर्गत किया जाए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी को कहा गया कि बाल गृह में निवासरत बच्चों, बाल विवाह पीड़ितों एवं बाल श्रमिक बच्चों को शीघ्र विद्यालयों एवं कस्तूरबा विद्यालयों में नामांकित किया जाए।
बाल संरक्षण के क्षेत्र में पुलिस एवं पंचायत की भूमिका
बाल संरक्षण के कार्य में पुलिस की भूमिका को और अधिक संवेदनशील बनाने पर बल देते हुए नामित बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने की बात कही गई। पंचायत स्तर पर गठित महिला, शिशु एवं सामाजिक कल्याण समितियों को सक्रिय कर बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने का निर्देश भी बैठक में दिया गया।
बाल श्रम, बाल विवाह एवं वाहन संचालन पर विशेष पहल
बैठक में यह तय किया गया कि जिले में बाल श्रम उन्मूलन हेतु जन-जागरूकता अभियान और सघन छापामारी की जाए। 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों द्वारा वाहन चलाए जाने पर उनके अभिभावकों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उप विकास आयुक्त का संबोधन
उप विकास आयुक्त श्री अमरेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा, “बाल संरक्षण एक अत्यंत संवेदनशील दायित्व है जिसे समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ निभाना आवश्यक है। मिशन वात्सल्य योजना के लाभ जिले के हर जरूरतमंद बच्चे तक पहुँचने चाहिए।”
बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में सिविल सर्जन डॉ. जगदीश प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनिंदर भगत, समाज कल्याण पदाधिकारी रीना साहू, जिला योजना पदाधिकारी शिशिर कुमार पंडित, चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष नर्मदेश्वर सिंह , अधीक्षक (बालक) बाल गृह ओम प्रकाश कुमार समेत सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।