आज कोयडीं सबजी खाली तो एकर गुन इयाद पड़े लागल…
महुआ तोर गुन कैसन
महुआ रे महूआ
तोर फुल कैसन?
सृष्टिकरता कर बेजाय गुन
भोरल हे हामर खोंचें सुन
कली कली गिरही
घरी घरी सिझही
छौवाक मनमोही लागी
भुख हामर पीछे भागी
लाठा आर माठा कर रूप धरि
पेटभोरवा जैसन ।
महुआ रे महूआ
तोर फुल अयसन ! (१)
महुआ रे महूआ
तोर फर कैसन ?
परकिरती कर बेस गुन
झबरेहे हामर फरे फर सुन
रिधंनी कर अनस भागी
तिनय कर सवाद लागी
पेचिश,लहर से अलताइल के
तुरते इलाज लागी
तन मन कर रोटी पाकी
जाही हाम संदेसे साजी
समधी कर दुलरयती
समधिन जैसन ।
महुआ रे महूआ
तोर फर अयसन ! (२)
महुआ रे महूआ
तोर गुन कैसन?
धरतीक औषधि गुन
भोरल हे हामर फुल फरे पतये सुन
बात,कोरोना हामर से दुर भागे
होमियोपेथी हामरे से दुनियाय बाजे
गिनल चुनल बिमारी के इलाज
रामबान जैसन ।
महुआ रे महूआ
तोर गुन अयसन ! (३)
महुआ रे महूआ
तोर डायर कैसन?
ससकिरती कर आधा गुन
भोरल हे हामर डायरे आर पतये सुन
महुआ बियाही नेग लागी
हामर बिना न दौरा सजी
बोहनय कर पोखइर छोड़ाय लागी
कनियाय कर ककना छोड़ाय लागी
हामर दतुन करले दात
सकताहे बाइंध जैसन ।
महुआ रे महूआ
तोर डायर पतय अयसन ! (४)
महुआ रे महूआ
तोर दोस कैसन?
फुल आर कांटाक गुन
भोरल हे हामर दोसे सुन
दुख बिसरावेले पियेहे जे
ओकर मनेक गुन लागी
सांझी बिहाने पियेहे जे
ओकर घारेक खोवारी लागी
निझांइल झगरा सुलगवे कर
जहर बान जैसन ।
महुआ रे महूआ
तोर दोस अयसन ! (५)
कवि – गुलांचो कुमारी