पानीक टान
नदी नाला सुखल हइ
किसानेक आस भुखल हइ
अइसो भते पानीक टान
सावन पोइर गेइल हइ
बाँध पोखइर सुखल हइ
अइसो भते पानीक टान
मानसुने के भरोसे होवे खेती
मानसुन तोइ कने चइल गेलइ
अइसो भते पानीक टान
बिहिन भेइल तियार
किसाने करे पानीक आस
अइसो भते पानीक टान
सावने रिमझीम पानी पोरो
इ सावने नाइ पोरल
अइसो भते पानीक टान
एगो बरद मोरल
माइंग द्दाइंद के जोड़ा लगेली
अइसो भते पानीक टान
रिन लेयक बिहिन लेलो
कइसे सोधब रिन
अइसो भते पानीक टान
इ बछर पानी नाइ परले
किसान भेलक बेहाल
अइसो भते पानीक टान ।।
कवि- थानेश्वर महतो