चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवैध अफीम की खेती को रोकने के उद्देश्य से मतकमहातु पंचायत भवन में मुखिया जुलियाना देवगम की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में ग्रामीणों के साथ-साथ प्रखंड कार्यालय के कर्मचारी भी उपस्थित थे।
अवैध अफीम की खेती से खतरे
बैठक में मुखिया ने कहा कि अफीम की खेती न केवल समाज के लिए हानिकारक है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करती है। उन्होंने बताया कि युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहा है, जिससे उनके भविष्य और देश के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
सामूहिक प्रयास से ही रुकेगी अवैध खेती
मुखिया ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी को अपने क्षेत्र में अफीम की खेती के बारे में जानकारी मिले, तो वह जागरूक नागरिक के रूप में इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। सामूहिक प्रयास से ही इस सामाजिक बुराई को खत्म किया जा सकता है।
बैठक में शामिल अधिकारी एवं प्रतिनिधि
इस बैठक में नरसंडा पंचायत के मुखिया श्रीराम सुंडी, प्रधान लिपिक शुभम लिपिक, बीपीआरओ महेंद्र गोप, पंचायत सचिव ज्योति किरण सोरेंग, सुरेश हेस्सा, रमेश लोहार, बासुदेव कुमार, मोहन दास, लक्ष्मी मछुवा, अरुण महतो, अविनाश ठाकुर, विकास दास, अर्जुन गोप, अभय चंद्र देवगम और सुरजा देवगम सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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