गिद्धौर: मदरसा इमदादुल उलूम में पयाम-ए-इंसानियत जलसा, 26 हाफिजों की दस्तारबंदी

1 min read

मदरसा में जलसे का भव्य आयोजन, कुरआन की तिलावत से हुआ आगाज

गिद्धौर। प्रखंड अंतर्गत रतनपुर स्थित मदरसा इमदादुल उलूम इमदादिया, इंग्लिश मीडियम स्कूल में शनिवार को पयाम-ए-इंसानियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस मौके पर 26 हाफिजे कुरआन की दस्तारबंदी की गई।

कुरआन की तिलावत से हुआ जलसे का शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत कारी सिकंदर साहब द्वारा कुरआन की तिलावत से हुई। इसके बाद हिंदुस्तान के प्रसिद्ध ओलेमा, शायर और राजनेताओं का स्वागत किया गया। जलसे की सदारत हजरत मौलाना मुफ्ती नजरे तौहिद साहब ने की, जबकि मंच संचालन मौलाना उमर फारूक ने किया।

गिद्धौर मदरसा जलसे में हाफिजे कुरआन की दस्तारबंदी समारोह

“मदरसा सिर्फ तालीम गाह नहीं, आजादी में भी निभाई अहम भूमिका” – चतुर्वेदी

कार्यक्रम में सबसे पहले अब्दुल्लाह सलीम कमर चतुर्वेदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “मदरसे सिर्फ तालीम देने का केंद्र नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की आजादी में भी इनकी अहम भूमिका रही है। इसे कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”

“धर्म को जोड़ने का कार्य करें, बांटने का नहीं” – सच्चिदानंद पांडे

सहीद जय मंगल पांडे के वंशज सच्चिदानंद पांडे ने अपने विचार रखते हुए कहा कि “धर्म सबका प्यारा होता है। आज कुछ लोग धर्म के नाम पर हिंदू-मुस्लिम को बांटने का काम कर रहे हैं, जो सही नहीं है। हमें एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।”

“शिक्षा हर मौके पर काम आती है” – मुफ्ती सनाउल्लाह काजी

मुफ्ती सनाउल्लाह काजी (सरियत इमारत-ए-शरिया, हजारीबाग) ने कहा कि “शिक्षा हर अवसर पर काम आती है। इसलिए हर गांव और शहर में स्कूल और मदरसे होने चाहिए, ताकि बच्चे बेहतर तालीम हासिल कर सकें।”

झारखंड के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोग

इस जलसे में झारखंड के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष मौलाना महफूज रहमान ने कहा कि “गिद्धौर की धरती पर यह पहला ऐसा जलसा है, जिसने पूरे प्रखंड का नाम रोशन किया है।”

मदरसे के लिए सहयोग की अपील

मदरसे के नाजिम हाफिज मिनहाज रसीदी और मोहत्तमीन कारी हसन इमाम शकिबी ने कहा कि “हमारे मदरसे में कई बुनियादी जरूरतें हैं। इसलिए हम सरकार और आम लोगों से सहयोग की अपील करते हैं।” इस पर शिक्षक अर्जुन प्रसाद दांगी ने सहयोग का आश्वासन दिया।

शायरों और ओलेमा ने जलसे में लगाए चार चांद

इस जलसे में कई मशहूर शायरों और ओलेमा ने शिरकत की, जिनमें शामिल हैं:

  • शायर असद आजमी
  • शायर जमाल कोडरमावी
  • मौलाना शकील (हजारीबाग)
  • मौलाना अब्दाल (चतरा)

प्रमुख गणमान्य लोग रहे उपस्थित

जलसे में पूर्व जीप सदस्य रामलखन दांगी, सेवा निवृत्त शिक्षक देवचरण दांगी, सतेंद्र कुशवाहा, बैजनाथ दांगी, महेंद्र राम, निर्मला देवी, जीप सदस्य चंद्रदेव गोप, विनोद पासवान, विजय भारती, राजू लाल वर्मा, अमरनाथ दांगी, सकुर अंसारी, समसुद्दीन अंसारी, मौलाना गुलाम मुस्तुफा, मेराज अंसारी, मोहम्मद रजाक अंसारी, मोहम्मद सलाम अंसारी, हाफिज मोहम्मद फारूक, तौकीर अंसारी और मोहम्मद सदाब समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours